लेखनी प्रतियोगिता -18-Apr-2024
इक अरसा गुजर गया आंखो में तेरी,
जब भी नजर तेरी आंखों से मिली,
क्या कुछ नही देखा इनमे,
हसरते, हरकते, फिजाए तेरी,
घुंघराले बालों में फसते होंगे आशिक कई,
वफाए, वजाए, बताए कई,
गुलाबी गालों ने नूरानी नूर यूंही,
वादिया, नादिया, निगाहे कई,
Mohammed urooj khan
22-Apr-2024 11:41 AM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
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Arti khamborkar
21-Apr-2024 03:14 PM
V nice
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